Class 10 - धातु और अधातु के प्रश्न एवं उत्तर
प्रश्न 1: ऐसी धातु का उदाहरण दीजिए जो:
(i) कमरे के ताप पर द्रव होती है।
(ii) चाकू से आसानी से काटा जा सकता है।
(iii) ऊष्मा की सबसे अच्छी चालक होती है।
(iv) ऊष्मा की कुचालक होती है।
उत्तर: (i) पारा (Hg)
(ii) सोडियम (Na)
(iii) चाँदी (Ag)
(iv) पारा और सीसा (Hg और Pb)
प्रश्न 2: आघातवर्ध्यता तथा तन्यता का अर्थ बताइए।
उत्तर:
आघातवर्ध्यता: धातुओं का वह गुणधर्म जिसके कारण इन्हें पीटकर पतली चादर बनाई जा सकती है आघातवर्ध्य कहते हैं। जैसे: सोना, चांदी, लोहा आदि।
तन्यता: धातुओं का वह गुणधर्म जिसके कारण इन्हें खींचकर तार बनाया जा सकता है, तन्यता कहलाता है। जैसे: सोना, ऐलुमिनियम, चांदी आदि।
प्रश्न 3: सोडियम को केरोसिन में डुबोकर क्यों रखा जाता है?
उत्तर: सोडियम अति अभिक्रियाशील धातु है, यह खुले वायु में तुरंत आग पकड़ लेता है तथा जलने लगता है। इसलिए इसे बचाने तथा आग को रोकने के लिए तेल के अंदर संग्रहित किया जाता है।
प्रश्न 4: इन अभिक्रियाओं के लिए समीकरण लिखिए:
(i) भाप के साथ आयरन
(ii) जल के साथ कैल्सियम तथा पोटैशियम
उत्तर:
(i) 3Fe(s) + 4H₂O(g) → Fe₃O₄(s) + 4H₂(g)
(ii) Ca(s) + 2H₂O → Ca(OH)₂(aq) + H₂(g)
2K(s) + 2H₂O(l) → 2KOH(aq) + H₂(g) + उष्मीय ऊर्जा
प्रश्न 5: A, B, C एवं D चार धातुओं के नमूनों को लेकर एक-एक करके निम्न विलयनों में डाला गया। इससे प्राप्त परिणाम को निम्न प्रकार से सारणीबद्ध किया गया है:
धातु | आयरन (II) सल्फ़ेट | कॉपर (II) सल्फ़ेट | जिंक सल्फ़ेट | सिल्वर नाइट्रेट |
---|---|---|---|---|
A | कोई अभिक्रिया नहीं | विस्थापन | ||
B | विस्थापन | कोई अभिक्रिया नहीं | ||
C | कोई अभिक्रिया नहीं | कोई अभिक्रिया नहीं | कोई अभिक्रिया नहीं | विस्थापन |
D | कोई अभिक्रिया नहीं | कोई अभिक्रिया नहीं | कोई अभिक्रिया नहीं | कोई अभिक्रिया नहीं |
(i) सबसे अधिक अभिक्रियाशील धातु कौनसी है?
(ii) धातु B को कॉपर (II) सल्फेट के विलयन में डाला जाए तो क्या होगा?
(iii) धातु A, B, C एवं D को अभिक्रियाशीलता के घटते हुए क्रम में व्यवस्थित कीजिए।
उत्तर:
(i) दी गई सारणी के अनुसार ‘B’ सबसे अधिक अभिक्रियाशील धातु है।
(ii) विस्थापन – जब धातु ‘B’ को कॉपर (II) सल्फेट में डाला जाता है तो धातु ‘B’ कॉपर को कॉपर सल्फेट विलयन से विस्थापित कर देती है। कॉपर सल्फेट का नीला रंग धीरे-धीरे फीका पड़ जाता है तथा कॉपर धातु का लाल-भूरा अवक्षेप प्राप्त होता है।
(iii) B > A > C > D
प्रश्न 6: अभिक्रियाशील धातु को तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल में डाला जाता है तो कौनसी गैस निकलती है? आयरन के साथ तनु H₂SO₄ की रासायनिक अभिक्रिया लिखिए।
उत्तर:
हाइड्रोजन गैस उत्सर्जित होती है।
रासायनिक अभिक्रिया:
Fe + तनु H₂SO₄ → FeSO₄ + H₂ ↑
प्रश्न 7: जिंक को आयरन (II) सल्फेट के विलयन में डालने से क्या होता है? इसकी रासायनिक अभिक्रिया लिखिए।
उत्तर: जब जिंक को आयरन (II) सल्फेट के विलयन में डाला जाता है तो जिंक, आयरन को विस्थापित कर जिंक सल्फेट का निर्माण करता है।
Zn + FeSO₄ → ZnSO₄ + Fe
प्रश्न 8:
(i) सोडियम, ऑक्सीजन एवं मैग्नीशियम के लिए इलेक्ट्रॉन-बिंदु संरचना लिखिए।
(ii) इलेक्ट्रॉन के स्थानांतरण के द्वारा Na₂O एवं MgO का निर्माण दर्शाइए।
(iii) इन यौगिकों में कौन से आयन उपस्थित हैं?
उत्तर:
(i) इलेक्ट्रॉन-बिंदु संरचना:
Na • , Mg •• , O •• ••
(ii) इलेक्ट्रॉन स्थानांतरण द्वारा निर्माण:
Na → Na⁺ + e⁻
O + 2e⁻ → O²⁻
2Na + O → Na₂O
Mg → Mg²⁺ + 2e⁻
O + 2e⁻ → O²⁻
Mg + O → MgO
(iii) Na⁺, O²⁻ तथा Mg²⁺
प्रश्न 9:
(i) CaO तथा K₂O जल के साथ कैसे अभिक्रिया करते हैं?
(ii) क्या यह अभिक्रिया उत्सर्जन करती है?
(iii) इन यौगिकों का pH मान लगभग कितना होगा?
उत्तर:
(i) CaO तथा K₂O जल के साथ अभिक्रिया करके क्षार बनाते हैं:
CaO + H₂O → Ca(OH)₂
K₂O + H₂O → 2KOH
(ii) हाँ, यह अभिक्रियाएँ ऊष्माक्षेपी (Exothermic) होती हैं यानी इनमें ऊष्मा निकलती है।
(iii) pH मान लगभग 12-14 के बीच होता है क्योंकि ये क्षारीय होते हैं।
प्रश्न 10:
(i) किसी अम्ल के साथ Zn धातु की अभिक्रिया का समीकरण लिखिए।
(ii) इस अभिक्रिया में कौन-सी गैस उत्सर्जित होती है?
(iii) इस गैस की पुष्टि किस प्रकार की जाती है?
उत्तर:
(i) Zn + H₂SO₄ → ZnSO₄ + H₂ ↑
(ii) इस अभिक्रिया में हाइड्रोजन गैस (H₂) उत्पन्न होती है।
(iii) जब जलती हुई तीली को गैस के संपर्क में लाया जाता है, तो ‘पॉप’ ध्वनि होती है, जिससे हाइड्रोजन गैस की पुष्टि होती है।
प्रश्न 12: धातु को उसके ऑक्साइड से प्राप्त करने के लिए किस रासायनिक प्रक्रम का उपयोग किया जाता है?
उत्तर: अपचयन।
प्रश्न 13: जिंक, मैग्नीशियम एवं कॉपर के धात्विक ऑक्साइडों को निम्न धातुओं के साथ गर्म किया गया:
धातु | जिंक ऑक्साइड | मैग्नीशियम ऑक्साइड | कॉपर ऑक्साइड |
---|---|---|---|
जिंक | कोई अभिक्रिया नहीं | कोई अभिक्रिया नहीं | विस्थापन |
मैग्नीशियम | विस्थापन | कोई अभिक्रिया नहीं | विस्थापन |
कॉपर | कोई अभिक्रिया नहीं | कोई अभिक्रिया नहीं | कोई अभिक्रिया नहीं |
उत्तर: उपरोक्त सारणी से यह स्पष्ट है कि विस्थापन अभिक्रिया केवल उसी स्थिति में होती है जब कोई अधिक क्रियाशील धातु, कम क्रियाशील धातु के ऑक्साइड से अभिक्रिया करे।
प्रश्न 14: कौन सी धातु आसानी से संक्षारित नहीं होती है?
उत्तर: सोना, प्लैटिनम व चाँदी।
प्रश्न 15: मिश्रातु क्या होते हैं?
उत्तर: दो या दो से अधिक धातुओं के समांगी मिश्रण को मिश्रातु कहते हैं।
जैसे: पीतल (Zn तथा Cu)।
1. निम्न में कौन सा युगल विस्थापन अभिक्रिया प्रदर्शित करता है:
a) NaCl विलयन एवं कॉपर धातु
b) MgCl₂ विलयन एवं ऐलुमिनियम धातु
c) FeSO₄ विलयन एवं सिल्वर धातु
d) AgNO₃ विलयन एवं कॉपर धातु
उत्तर: d)
2. लोहे के फ्राइंग पैन (frying pan) को जंग से बचाने के लिए निम्न में से कौन सी विधि उपयुक्त है:
a) ग्रीज़ लगाकर
b) पेंट लगाकर
c) जिंक की परत चढ़ाकर
d) ऊपर के सभी
उत्तर: c)
3. कोई धातु ऑक्सीजन के साथ अभिक्रिया कर उच्च गलनांक वाला यौगिक निर्मित करती है। यह यौगिक जल में विलेय है। यह तत्व क्या हो सकता है?
a) कैल्सियम
b) कार्बन
c) सिलिकन
d) लोहा
उत्तर: a)
4. खाद्य पदार्थ के डिब्बों पर जिंक की बजाय टिन का लेप होता है क्योंकि :
a) टिन की अपेक्षा जिंक मँहगा है।
b) टिन की अपेक्षा जिंक का गलनांक अधिक है
c) टिन की अपेक्षा जिंक अधिक अभिक्रियाशील है
d) टिन की अपेक्षा जिंक कम अभिक्रियाशील है
उत्तर: c)
5. आपको एक हथौड़ा, बैटरी, बल्ब, तार एवं स्विच दिया गया है:
a) इनका उपयोग कर धातुओं एवं अधातुओं के नमूनों के बीच आप विभेद कैसे कर सकते हैं?
उत्तर: हम सबसे पहले एक धातु का नमूना लेंगे तथा इसे हथौड़ी की सहायता से कुछ देर तक पीटेंगे। यदि यह पतला चादर बन जाए तो यह धातु है, और यदि यह टूट जाए तो यह अधातु है।
b) धातुओं एवं अधातुओं में विभेदन के लिए इन परीक्षणों की उपयोगिताओं का आकलन कीजिए।
उत्तर: हम चित्र 3.2 के अनुसार एक विद्युत परिपथ तैयार करेंगे। जब किसी धातु के नमूने को परिपथ में जोड़कर स्विच ऑन करते हैं तो बल्ब जलता है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि धातु विद्युत के अच्छे चालक हैं। परंतु जब अधातु का नमूना जोड़ा जाता है तो बल्ब नहीं जलता, जिससे यह स्पष्ट होता है कि अधातु कुचालक होते हैं।
6. उभयधर्मी ऑक्साइड क्या होते हैं? दो उभयधर्मी ऑक्साइडों का उदाहरण दीजिए।
उत्तर: ऐसे धातु ऑक्साइड जो अम्ल एवं क्षारक दोनों के साथ अभिक्रिया कर लवण एवं जल बनाते हैं, उभयधर्मी ऑक्साइड कहलाते हैं।
उदाहरण: ZnO तथा Al₂O₃।
7. दो धातुओं के नाम बताइए जो तनुअम्ल से हाइड्रोजन को विस्थापित कर देंगे तथा दो धातुएँ जो ऐसा नहीं कर सकती हैं।
उत्तर: एल्युमिनियम तथा जिंक, तनुअम्ल से हाइड्रोजन को विस्थापित कर सकते हैं।
कॉपर तथा पारा, ऐसा नहीं कर सकते हैं।
8. किसी धातु M के विद्युत अपघटनी परिष्करण में आप ऐनोड, कैथोड एवं विद्युत अपघट्य किसे बनाएँगे?
उत्तर:
ऐनोड – अशुद्ध धातु
कैथोड – शुद्ध धातु
विद्युत अपघट्य – धातु का घुलनशील लवण
प्रश्न 9: प्रत्यूष ने सल्फर चूर्ण को स्पैचुला में लेकर उसे गर्म किया। चित्र के अनुसार एक परखनली को उलटाकर के उसने उत्सर्जित गैस को एकत्र किया:
a) गैस की क्रिया क्या होगी:
(i) सूखे लिटमस पत्र पर?
(ii) आर्द्र लिटमस पत्र पर?
b) ऊपर की अभिक्रियाओं के लिए संतुलित रासायनिक अभिक्रिया लिखिए।
उत्तर:
a) (i) गैस का शुष्क लिटमस पत्र पर कोई प्रभाव नहीं होगा।
(ii) आर्द्र नीला लिटमस पत्र लाल हो जाएगा।
b) S + O2 → SO2
प्रश्न 10: लोहे को जंग से बचाने के लिए दो तरीके बताइए।
उत्तर:
(i) यशद लेपन - लोहे के ऊपर जिंक की परत चढ़ाकर।
(ii) पेंटिंग - लोहे की वस्तुओं को पेंट करके।
प्रश्न 11: ऑक्सीजन के साथ संयुक्त होकर अधातुएँ कैसा ऑक्साइड बनाती हैं?
उत्तर: अम्लीय ऑक्साइड।
प्रश्न 12: धातु को उसके ऑक्साइड से प्राप्त करने के लिए किस रासायनिक प्रक्रम का उपयोग किया जाता है?
उत्तर: अपचयन।
प्रश्न 13: आपने ताँबे के मलीन बर्तन को नींबू या इमली के रस से साफ़ करते अवश्य देखा होगा। यह खट्टे पदार्थ बर्तन को साफ़ करने में क्यों प्रभावी हैं?
उत्तर:
(i) तांबे पर कॉपर कार्बोनेट की क्षारीय हरे रंग की परत चढ़ जाती है।
(ii) नींबू तथा इमली में अम्ल पाया जाता है जो क्षारीय कॉपर कार्बोनेट से अभिक्रिया कर उसे तांबे के बर्तन से अलग कर देता है। जिससे बर्तन साफ़ एवं चमकदार हो जाता है। इसलिए खट्टे पदार्थ बर्तन को साफ करने में प्रभावी होते हैं।
प्रश्न 14: रासायनिक गुणधर्मों के आधार पर धातुओं एवं अधातुओं में विभेद कीजिए।
धातुएँ | अधातुएँ |
---|---|
क्षारीय ऑक्साइड का निर्माण करते हैं 4Na + O2 → 2Na2O |
अम्लीय ऑक्साइड का निर्माण करते हैं C + O2 → CO2 |
अम्लों से अभिक्रिया कर हाइड्रोजन गैस बनाते हैं | अम्लों से अभिक्रिया नहीं करते |
धनायन बनाते हैं (Na+, Mg2+) | ऋणायन बनाते हैं (Cl-, O2-) |
अच्छे अपचायक होते हैं 4Na + O2 → 2Na2O |
अच्छे उपचायक होते हैं 2H2 + O2 → 2H2O |
जल से हाइड्रोजन विस्थापित कर सकते हैं 2Na + H2O → 2NaOH + H2 |
जल से हाइड्रोजन को विस्थापित नहीं कर सकते C + H2O → कोई अभिक्रिया नहीं |
प्रश्न 15: एक व्यक्ति प्रत्येक घर में सुनार बनकर जाता है और सोने के पुराने गहनों को चमकाने के नाम पर उनके वजन को कम कर देता है। क्या आप उस विलयन की प्रकृति बता सकते हैं?
उत्तर: व्यक्ति ने जिस विलयन का उपयोग किया है वह अम्लीय प्रकृति का है, जिसे अम्लराज (Aqua Regia) कहते हैं। यह हाइड्रोक्लोरिक अम्ल तथा नाइट्रिक अम्ल का 3:1 अनुपात में मिश्रण होता है, जो सोने को घोल सकता है।
प्रश्न 16: गर्म जल का टैंक बनाने में ताँबे का उपयोग होता है, परंतु इस्पात (लोहे की मिश्रातु) का नहीं। कारण बताइए।
उत्तर:
a) तांबा जल के साथ अभिक्रिया नहीं करता जबकि लोहा भाप के साथ ऑक्साइड व हाइड्रोजन बनाता है।
b) तांबा, इस्पात की तुलना में ऊष्मा का अच्छा चालक होता है।